पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से लड़का पैदा होता है? | Shettles Method | गर्भधारण टिप्स

हर कपल का सपना होता है कि उनका बच्चा स्वस्थ और खुशहाल पैदा हो। लेकिन अक्सर यह सवाल मन में आता है – क्या पीरियड के कुछ खास दिनों में संबंध बनाने से लड़का या लड़की पैदा होने की संभावना बढ़ सकती है?

हम विस्तार से जानेंगे:

  • बच्चे का लिंग कैसे तय होता है?

  • पीरियड्स और ओव्यूलेशन का क्या संबंध है?

  • Shettles Method क्या कहता है?

  • पीरियड के कितने दिन बाद लड़का होने की संभावना होती है?

  • लड़का होने के उपाय और प्राकृतिक तरीके

  • लड़का होने के संकेत (मिथक बनाम सच्चाई)

  • गर्भधारण का सही समय और गर्भ ठहरने का समय

 

बच्चे का लिंग कैसे तय होता है?

  • महिला के अंडाणु (Egg) में हमेशा X क्रोमोसोम होता है।

  • पुरुष के स्पर्म (वीर्य) में दो तरह के क्रोमोसोम हो सकते हैं – X या Y

    • X स्पर्म + X अंडाणु = लड़की (XX)

    • Y स्पर्म + X अंडाणु = लड़का (XY)

बच्चे का लिंग निर्धारण पूरी तरह स्पर्म से होता है। यानी बच्चे का लिंग पूरी तरह पिता के स्पर्म पर निर्भर करता है, न कि माँ पर।

 

पीरियड और ओव्यूलेशन का संबंध

  • एक रेगुलर 28 दिन के मासिक चक्र में ओव्यूलेशन (Egg का निकलना) आमतौर पर 14वें दिन होता है।

  • अंडाणु (Egg) ओव्यूलेशन के बाद लगभग 12 से 24 घंटे तक जीवित रहता है।

  • यही वह समय है जब स्पर्म से मिलन (Fertilization) होकर प्रेग्नेंसी ठहर सकती है।

  • यदि महिला का पीरियड छोटा या लंबा है, तो ओव्यूलेशन की तारीख बदल सकती है।

 

गर्भ ठहरने का समय (Fertile Window)

गर्भधारण के लिए सबसे अनुकूल समय fertile window कहलाता है, जो आमतौर पर ओव्यूलेशन से 5 दिन पहले से लेकर ओव्यूलेशन तक रहता है। इस दौरान संबंध बनाने पर प्रेग्नेंसी ठहरने की संभावना सबसे अधिक होती है।

ओव्यूलेशन के 24 घंटे के भीतर अंडाणु (Egg) और स्पर्म का मिलन होना बहुत ज़रूरी है। यदि इस समय संबंध नहीं होते हैं, तो उस महीने गर्भधारण नहीं हो पाएगा।

सही समय और स्वस्थ जीवनशैली दोनों मिलकर प्रेग्नेंसी की संभावना को बढ़ाते हैं।

 

ओव्यूलेशन का सही समय कैसे पहचानें?

ओव्यूलेशन यानी अंडा निकलने का सही समय पहचानना गर्भधारण और बच्चे के लिंग के बारे में सोचते समय बहुत मददगार हो सकता है। इसे पहचानने के कुछ आसान तरीके हैं:

  • गर्भाशय का म्यूकस (Cervical Mucus): अंडा निकलने के समय गर्भाशय से सफेद, चिपचिपा और पतला म्यूकस निकलता है।

  • शरीर का तापमान (Basal Body Temperature): ओव्यूलेशन के समय शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाता है।

  • ओव्यूलेशन टेस्ट किट (Ovulation Test Kit): यह किट LH हार्मोन के स्तर को दिखाती है, जिससे अंडा निकलने का समय पता चलता है।

  • हल्का पेट दर्द (Mild Cramps): कुछ महिलाओं को ओव्यूलेशन के समय पेट में हल्का दर्द या दबाव महसूस होता है।

 

पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से लड़का होता है?

  • 28 दिन के नियमित चक्र में ओव्यूलेशन = 14वाँ दिन

  • लड़का होने की संभावना के लिए संबंध बनाने का सही समय = 12वें से 16वें दिन तक

  • यदि चक्र छोटा (25 दिन) है → ओव्यूलेशन = 11-12वाँ दिन

  • यदि चक्र लंबा (30-32 दिन) है → ओव्यूलेशन = 16-18वाँ दिन

पीरियड खत्म होने के लगभग 10–12 दिन बाद से लेकर 16वें दिन तक संबंध बनाने का समय लड़के के लिए अनुकूल माना जाता है।

 

Shettles Method: लड़का होने की संभावना बढ़ाने का तरीका

Shettles Method (1960) के अनुसार:

  • Y स्पर्म (लड़का देने वाला) → तेज़ तैरता है, लेकिन जल्दी मर जाता है।

  • X स्पर्म (लड़की देने वाला) → धीमा होता है, लेकिन लंबे समय तक जीवित रहता है।

इसका मतलब:

  • ओव्यूलेशन के दिन या उसके तुरंत बाद संबंध → Y स्पर्म Egg तक पहले पहुँच सकता है → लड़का होने की संभावना अधिक।

  • ओव्यूलेशन से 2-3 दिन पहले संबंध → X स्पर्म Egg तक पहुँच सकता है → लड़की होने की संभावना अधिक।

 

लड़का होने के उपाय और प्राकृतिक तरीके

लोगों के बीच कुछ उपाय लोकप्रिय हैं:

  1. ओव्यूलेशन पर संबंध बनाना – Y स्पर्म को बढ़त मिल सकती है।

  2. Deep Penetration पोज़िशन – स्पर्म गर्भाशय के पास डिपॉज़िट होते हैं, जिससे Y स्पर्म जल्दी पहुँच सकता है।

  3. महिला का Orgasm – अल्कलाइन वातावरण बनाता है, जो Y स्पर्म के लिए अनुकूल हो सकता है।

  4. आहार (Diet) – माना जाता है कि पोटैशियम और सोडियम युक्त खाना (केला, मांस, दही, नमक आदि) लड़के की संभावना बढ़ा सकता है।

इनमें से किसी का वैज्ञानिक सबूत पक्का नहीं है।

 

लड़का होने के संकेत: मिथक और सच्चाई

लोक मान्यताओं के अनुसार:

  • पेट नुकीला होना → लड़का होगा

  • नमकीन खाने की इच्छा → लड़का होगा

  • चेहरे पर अधिक चमक या रोशनी → लड़का होगा

सच्चाई:

इनमें से कोई भी तरीका पूरी तरह सही नहीं है। बच्चे का लिंग सिर्फ पिता के स्पर्म और जेनेटिक्स पर निर्भर करता है, न कि गर्भावस्था के लक्षणों या खान-पान की आदतों प

 

लड़का या लड़की कब होता है?

  • गर्भ में बच्चा कब लड़का या लड़की होगा, यह निर्भर करता है कि ओव्यूलेशन के समय कौन सा स्पर्म Egg तक पहले पहुँचा

  • Y स्पर्म जीता → लड़का (XY)

  • X स्पर्म जीता → लड़की (XX)

मतलब – समय और स्पर्म का स्वभाव दोनों महत्वपूर्ण हैं, लेकिन कोई गारंटी नहीं।

 

पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है?

  • पीरियड शुरू होने के बाद लगभग 12 से 16वें दिन तक महिला सबसे fertile होती है।

  • इस समय संबंध बनाने पर गर्भ ठहरने की संभावना सबसे अधिक रहती है।

  • Regular cycle में यही window सबसे ज़रूरी है।

 

रिसर्च और साइंटिफिक स्टडीज़

  • एक अध्ययन (NEJM Journal) में पाया गया कि ओव्यूलेशन के दिन संबंध बनाने वाली महिलाओं में लड़के होने की संभावना थोड़ी अधिक थी।

  • कुछ शोध यह भी बताते हैं कि सेक्स का टाइमिंग लिंग निर्धारण में निर्णायक भूमिका नहीं निभाता, क्योंकि लिंग निर्धारण पूरी तरह स्पर्म पर आधारित होता है।

  • WHO और वैज्ञानिक समुदाय मानते हैं:

    • बच्चा लड़का हो या लड़की, यह प्राकृतिक और जेनेटिक्स का खेल है।

    • इसे किसी घरेलू उपाय या विशेष पोज़िशन से कंट्रोल नहीं किया जा सकता।

 

मिथक और सच्चाई

मिथक: खास पोज़िशन या खाना लड़का होने की गारंटी देता है।
सच्चाई: इनका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

मिथक: पीरियड खत्म होते ही संबंध बनाने से लड़का होता है।
सच्चाई: असली समय है – ओव्यूलेशन के आसपास।

मिथक: ज्योतिष और चाँद की तारीख से लिंग तय होता है।
सच्चाई: यह सिर्फ लोककथा है।

 

निष्कर्ष

पीरियड के बाद 12वें से 16वें दिन तक संबंध बनाना लड़का होने की संभावना को थोड़ा बढ़ा सकता है। Shettles Method इस विचार को सपोर्ट करता है, लेकिन कोई गारंटी नहीं। बच्चा लड़का हो या लड़की – दोनों ईश्वर का आशीर्वाद हैं। असली लक्ष्य होना चाहिए स्वस्थ गर्भावस्था और स्वस्थ बच्चा।

 

FAQ: लड़का होने और गर्भधारण का सही समय

1. लड़का होने के लिए कब संबंध बनाना चाहिए?
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बच्चे का लिंग पिता के शुक्राणु पर निर्भर करता है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, ओव्यूलेशन (अंडा निकलने) के समय के आसपास संबंध बनाने से लड़के के जन्म की संभावना बढ़ सकती है। आमतौर पर यह पीरियड के 12वें से 16वें दिन माना जाता है।

2. लड़का होने के चांस कब होते हैं?
लड़के के चांस Y क्रोमोसोम वाले शुक्राणु के अंडाणु तक जल्दी पहुँचने पर निर्भर करते हैं। ओव्यूलेशन के पास संबंध बनाने से Y शुक्राणु को तेज़ी से अंडाणु तक पहुँचने का मौका मिलता है, इसलिए कुछ लोग इस समय को लड़के के लिए अनुकूल मानते हैं।

3. पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से पुत्र प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है?
घरेलू और पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, पीरियड के 10 से 17 दिन बाद संबंध बनाने से पुत्र (लड़का) होने की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि यह पूर्ण रूप से वैज्ञानिक नहीं है और केवल अनुमानित संभावना है।

4. क्या पीरियड के 10 दिन बाद गर्भधारण संभव है?
हाँ, पीरियड के 10 दिन बाद भी गर्भधारण संभव है, खासकर उन महिलाओं में जिनका मासिक चक्र छोटा या अनियमित होता है। इसलिए इस समय के आसपास संबंध बनाने से गर्भधारण का मौका होता है, लेकिन बच्चे का लिंग पूरी तरह प्राकृतिक और पिता के Y या X शुक्राणु पर निर्भर करता है।

5. पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से गर्भ नहीं ठहरता?
पीरियड के शुरूआती 3–5 दिनों में संबंध बनाने पर गर्भधारण की संभावना बहुत कम होती है क्योंकि इस समय अंडाणु (Egg) अभी तक नहीं निकला होता।

6. पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से गर्भ ठहरता है?
गर्भधारण की संभावना आमतौर पर ओव्यूलेशन के आसपास (पीरियड के 12–16वें दिन) अधिक होती है। यह समय हर महिला के मासिक चक्र पर निर्भर करता है।

7. पीरियड के तीसरे दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
तीसरे दिन संबंध बनाने पर गर्भधारण की संभावना बहुत कम होती है। यह समय मासिक चक्र के शुरुआती चरण में आता है, जब अंडाणु अभी तक नहीं निकला होता।

8. पीरियड के कितने दिन बाद ओवुलेशन होता है?
सामान्य 28 दिन के मासिक चक्र में ओव्यूलेशन आमतौर पर 12वें से 16वें दिन होती है। यह समय गर्भधारण के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।

9. पीरियड के चौथे दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
चौथे दिन संबंध बनाने पर गर्भधारण की संभावना कम होती है, क्योंकि अंडाणु अभी तक तैयार नहीं हुआ होता।

10. पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए?
यदि आप गर्भधारण के लिए प्रयास कर रहे हैं, तो ओव्यूलेशन के आसपास संबंध बनाना सबसे सही होता है। यानी पीरियड के 12–16वें दिन।

11. पीरियड के 7वें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
सातवें दिन कुछ महिलाओं में ओव्यूलेशन करीब आ सकता है, इसलिए गर्भधारण की संभावना थोड़ी बढ़ जाती है। लेकिन यह हर महिला में अलग हो सकता है।

12. पीरियड के 8वें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
आठवें दिन संबंध बनाने पर कुछ महिलाओं में गर्भधारण की संभावना बढ़ सकती है, क्योंकि ओव्यूलेशन के दिन नजदीक होते हैं।