ओवेरियन सिस्ट क्या है?
ओवेरियन सिस्ट एक तरल से भरी थैली होती है जो ओवरी की सतह पर या भीतर बन जाती है। यह बहुत सामान्य है, और अधिकतर सिस्ट सौम्य होती हैं जो स्वाभाविक रूप से कुछ सप्ताह या महीनों में गायब हो जाती हैं। अधिकतर लोग बिना लक्षणों के इसे ही प्राप्त कर लेते हैं।
ओवेरियन सिस्ट के प्रकार
1. फंक्शनल सिस्ट (हॉर्मोन से संबंधित सिस्ट)
• फॉलिक्यूलर सिस्ट
यह तब बनता है जब मासिक चक्र में ग्राफियन फॉलिकल टूट कर अंडा नहीं छोड़ता बल्कि आकार बढ़ता जाता है और तरल भरने से सिस्ट बन जाता है। यह आमतौर पर पतली दीवार वाली, 7 सेमी तक बड़ी हो सकती है। अधिकांश मामलों में यह स्वतः कुछ महीनों में ठीक हो जाती है और लक्षण नहीं देती है। कभी-कभी फटने पर मध्य चक्र में अत्यधिक दर्द हो सकता है|
• कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट
अंडा छोड़ने के बाद जो कूप बचता है वह कॉर्पस ल्यूटियम बन जाता है। अगर यह टूट कर ठीक से सिकुड़ नहीं पाता, बल्कि तरल या रक्त से भर जाता है, तो सिस्ट तैयार हो सकती है। यह अक्सर 3 सेमी तक होती है, आमतौर पर बिना लक्षणों के गायब हो जाती है, लेकिन कभी-कभी टूट या खून बह कर दर्द पैदा कर सकती है।
2. पैथोलॉजिकल सिस्ट (गैर कार्यात्मक)
• डर्मोइड सिस्ट
यह जन्मजात सिस्ट होती है, जो रोगाणु कोशिकाएं से बनती है। इसमें त्वचा, बाल, दांत, हड्डी, वसा जैसे विभिन्न ऊतक हो सकते हैं। ज्यादातर समय यह कोमल होती है, लेकिन बड़ी साइज या मोड़ की स्थिति में दर्द या अन्य समस्या हो सकती है। कभी बहुत ही कम मामलों में यह कैंसरसंकट बन सकती है ।
• सिस्टएडेनोमा
ओवरी की सतह की एपिथेलियम से विकसित होने वाले ये सिस्ट होती हैं—दो प्रकार की होती हैं:
- सीरस सिस्टेडेनोमा: पतले, पानी जैसे तरल से भरी होती है।
- म्यूसिनस सिस्टेडेनोमा: मोटे, चिपचिपे बलगम तरल से भरी होती है।
यह बड़ी भी हो सकती है और शारीरिक दबाव, सूजन या भारीपन पैदा कर सकती है। ये आमतौर पर कोमल होती हैं लेकिन कुछ में कैंसर संबंधी खतरा हो सकता है ।
• एंडोमेट्रियोमा (चॉकलेट सिस्ट)
यह एंडोमेट्रियोसिस से जुड़ी सिस्ट होती है जिसमें ओवरी में गर्भाशय की परत जैसा ऊतक विकसित हो जाता है, और पुराने खून से भर जाता है—जिसके कारण इसका रंग गहरा‑भूरा होता है, इसे “चॉकलेट सिस्ट” कहा जाता है। यह कष्टदायक मासिक धर्म, संभोग में दर्द, बांझपन, और श्रोणि दर्द का कारण बन सकती है ।
3. अन्य प्रकार के असामान्य अंडाशय सिस्ट
- थेका ल्यूटिन सिस्ट: गर्भावस्था, एकाधिक गर्भधारण या β‑hCG उच्च मात्रा से उत्पन्न होती हैं; आमतौर पर गर्भावस्था की स्थिति में स्वतः ठीक हो जाती हैं।
- अन्य दुरलब प्रकार: कुछ दुर्लभ सिस्ट जैसे कि घातक सिस्टेडेनोमा, स्पष्ट कोशिका कार्सिनोमा आदि पोस्ट-मेनोपॉज़ल महिलाओं में हो सकते हैं और इनमें गंभीर जांच एवं उपचार की आवश्यकता होती है
ओवेरीअन की सिस्ट होने के कारण
- मासिक चक्र व ओवुलेशन में हार्मोनल असंतुलन, जैसे एस्ट्रोजन-प्रोजेस्टेरोन विषमताएँ।
- PCOS (polycystic ovary syndrome), गर्भावस्था, फर्टिलिटी ड्रग्स, थायरॉयड समस्याएं पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज जैसे संक्रमण जोखिम बढ़ाते हैं।
- परिवार में इतिहास, उम्र post‑menopausal महिलाओं में कैंसर का खतरा ज़्यादा।
लक्षण
अधिकतर सिस्ट छोटे होते हैं और किसी लक्षण का कारण नहीं बनते। हालांकि कुछ स्थितियों में:
- धीरे‑धीरे पीठ या पेल्विस में दर्द, पेट में फुलाव या भारीपन महसूस होना|
- सेक्स करते समय दर्द, बार‑बार पेशाब आना, कब्ज या भूख तेज़ लगना।
- यदि सिस्ट फट जाए या ओवरी मरोड़ जाए,तो अचानक तीव्र दर्द, उल्टी, बुखार, बेहोशी ये आपात स्थिति होती हैं।
- दुर्लभ मामलों में CA‑125 स्तर बढ़ने पर कैंसर का संकेत हो सकता है। यह post‑menopausal महिलाओं में जांच का कारण बनता है।
निदान
- पैल्विक परीक्षण के दौरान डॉक्टर सिस्ट का पता लगा सकते हैं, और आगे इमेजिंग जैसे ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड से जांच होती है।
- दृश्य जटिलता, आकार व संरचना की जानकारी CT / MRI से ली जा सकती है, विशेषकर अगर
अल्ट्रासाउंड अस्पष्ट हो। - जब कैंसर की आशंका होती है, तो CA-125 और अन्य ट्यूमर मार्कर टेस्ट भी किये जाते हैं और कभी-कभी लैप्रोस्कोपी/बायोप्सी की सलाह दी जाती है।
उपचार
1. छोटे, लक्षणरहित सिस्ट
- अक्सर उपचार की आवश्यकता नहीं होती; कई सिस्ट 1–3 महीनों में गायब हो जाते हैं।
- दर्द के लिए NSAIDs (जैसे ibuprofen) और आराम की सलाह दी जाती है।
- हार्मोनल गर्भनिरोधक (birth control pills) नए लक्षणरहित सिस्ट बनने की रोकथाम कर सकते हैं, लेकिन मौजूदा सिस्ट नहीं घटाते।
2. बड़े, दर्द पैदा करने वाले या संदिग्ध सिस्ट
- लैप्रोस्कोपी या लैप्रोटोमी द्वारा सिस्ट को हटाया जाता है—कभी-कभी केवल
सिस्टेक्टोमी (सिस्ट हटाना), या ऊफोरेक्टोमी (ओवरी पूरी हटाना) करता है। - यदि कैंसर की आशंका हो, तो जाँच के बाद व्यापक सर्जरी और जान‑लेवा रखरखाव पर ध्यान दिया जाता है।
जटिलताएँ
- पुटी का फटना
सिस्ट फट कर रकत/तरल छोड़ सकती है—कभी‑कभी हल्के दर्द तक सीमित, पर बड़े रक्तस्राव में आपात स्थिति बन सकती है। - अंडाशय का मरोड़
ओवरी मरोड़ जाए तो रक्तसंचार रुक सकता है, जिससे तीव्र दर्द, उल्टी, तेज नाड़ी और त्वचा ठंडी हो सकती है—त्वरित सर्जिकल इलाज जरूरी है। - कैंसर: post‑menopausal महिलाओं में गैर लक्षणरहित सिस्ट कैंसरसैन हो सकती हैं; इन्हें RMI (Risk of Malignancy Index) से आंका जाता है।
कब डॉक्टर से मिलें:
- अगर अचानक तीव्र दर्द हो रहा हो (विशेषकर बगल‑की ओर), बुखार, उल्टियाँ, चक्कर या सांस फूलना हो|
- असामान्य मासिकधर्म (irregular bleeding) या अत्यधिक दर्द यदि होता हो
- बार‑बार सिस्ट बनना, परिवार में ओवेरियन कैंसर का इतिहास हो
ओवेरियन सिस्ट काफी सामान्य होती है, ज्यादातर मामलों में खतरनाक नहीं होती, और उचित इलाज व निगरानी से नियंत्रित की जा सकती है। यदि आप में कोई भी लक्षण दिखे तो अपने गाइनोकोलॉजिस्ट से मशवरा अवश्य लें।
FAQs
1.ओवेरियन सिस्ट के कारण क्या हो सकते हैं?
- हार्मोनल असंतुलन, जैसे एस्ट्रोजन-प्रोजेस्टेरोन विषमताएँ।
- PCOS (Polycystic Ovary Syndrome), गर्भावस्था, फर्टिलिटी ड्रग्स, थायरॉयड समस्याएं, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज जैसे संक्रमण।
- परिवार में इतिहास, उम्र (post-menopausal महिलाओं में कैंसर का खतरा अधिक)।
2.ओवेरियन सिस्ट के लक्षण क्या हो सकते हैं?
- धीरे-धीरे पीठ या पेल्विस में दर्द, पेट में फुलाव या भारीपन महसूस होना।
- सेक्स करते समय दर्द, बार-बार पेशाब आना, कब्ज या भूख तेज़ लगना।
- यदि सिस्ट फट जाए या ओवरी मरोड़ जाए, तो अचानक तीव्र दर्द, उल्टी, बुखार, बेहोशी—ये आपात स्थिति होती हैं।
3.ओवेरियन सिस्ट का निदान कैसे किया जाता है?
- पैल्विक परीक्षण के दौरान डॉक्टर सिस्ट का पता लगा सकते हैं।
- आगे इमेजिंग जैसे ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड से जांच होती है।
- दृश्य जटिलता, आकार व संरचना की जानकारी CT/MRI से ली जा सकती है, विशेषकर अगर अल्ट्रासाउंड अस्पष्ट हो।
- जब कैंसर की आशंका होती है, तो CA-125 और अन्य ट्यूमर मार्कर टेस्ट भी किए जाते हैं।
4.ओवेरियन सिस्ट का उपचार कैसे किया जाता है?
- छोटे, लक्षणरहित सिस्ट: अक्सर उपचार की आवश्यकता नहीं होती; कई सिस्ट 1–3 महीनों में गायब हो जाते हैं।
- दर्द के लिए: NSAIDs (जैसे ibuprofen) और आराम की सलाह दी जाती है।
- हार्मोनल गर्भनिरोधक: नए लक्षणरहित सिस्ट बनने की रोकथाम कर सकते हैं, लेकिन मौजूदा सिस्ट नहीं घटाते।
- बड़े, दर्द पैदा करने वाले या संदिग्ध सिस्ट: लैप्रोस्कोपी या लैप्रोटोमी द्वारा सिस्ट को हटाया जाता है—कभी-कभी केवल सिस्टेक्टोमी (सिस्ट हटाना), या ऊफोरेक्टोमी (ओवरी पूरी हटाना) किया जाता है।
- यदि कैंसर की आशंका हो: जांच के बाद व्यापक सर्जरी और जानलेवा रखरखाव पर ध्यान दिया जाता है।
5.ओवेरियन सिस्ट की जटिलताएँ क्या हो सकती हैं?
- सिस्ट का फटना: सिस्ट फटकर रक्त/तरल छोड़ सकती है—कभी-कभी हल्के दर्द तक सीमित, पर बड़े रक्तस्राव में आपात स्थिति बन सकती है।
- अंडाशय का मरोड़: ओवरी मरोड़ जाए तो रक्तसंचार रुक सकता है, जिससे तीव्र दर्द, उल्टी, तेज नाड़ी और त्वचा ठंडी हो सकती है—त्वरित सर्जिकल इलाज जरूरी है।
- कैंसर: Post-menopausal महिलाओं में गैर लक्षणरहित सिस्ट कैंसरसैन हो सकती हैं; इन्हें RMI (Risk of Malignancy Index) से आंका जाता है।
6.क्या ओवेरियन सिस्ट का इलाज बिना सर्जरी के संभव है?
जी हां, अधिकांश छोटे और लक्षणरहित ओवेरियन सिस्ट बिना सर्जरी के ठीक हो जाते हैं। डॉक्टर अक्सर "वॉचफुल वेटिंग" की सलाह देते हैं, जिसमें कुछ महीनों तक सिस्ट की निगरानी की जाती है। दर्द या अन्य लक्षणों के लिए दर्द निवारक दवाएँ और आराम की सलाह दी जाती है।