पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सके?

बच्चे की संभावना बढ़ाने के लिए पुरुष के स्पर्म की सही मात्रा कितनी होनी चाहिए?

जब किसी दंपती को परिवार बढ़ाने की इच्छा होती है, तो अक्सर महिला की सेहत और उसकी तैयारी पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चे की सही संभावना के लिए पुरुष की सेहत, खासकर उसके स्पर्म की मात्रा और गुणवत्ता, भी बहुत महत्वपूर्ण होती है?

स्पर्म क्या होता है और इसकी भूमिका क्या है?

स्पर्म पुरुषों के शुक्राणु होते हैं, जो महिलाओं के अंडाणु (ओवम) से मिलकर बच्चे के बनने की शुरुआत करते हैं। स्वस्थ स्पर्म की सही संख्या और गुणवत्ता न केवल बच्चे के ठहरने में मदद करती है, बल्कि बच्चे के सही विकास के लिए भी आवश्यक होती है।

स्पर्म की सही मात्रा क्या होती है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, सामान्य और स्वस्थ पुरुष के स्पर्म की संख्या 1 मिलीलीटर में लगभग 15 मिलियन से 200 मिलियन तक होनी चाहिए। यह मात्रा इस बात का संकेत है कि पुरुष के शुक्राणु सक्रिय और स्वस्थ हैं।

  • न्यूनतम स्पर्म संख्या: 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर
  • सामान्य मात्रा: 40 से 200 मिलियन प्रति मिलीलीटर
  • स्पर्म की कुल मात्रा (एक सम्पूर्ण स्खलन में): लगभग 1.5 से 5 मिलीलीटर (source: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK562258/)

अगर स्पर्म की संख्या 15 मिलियन से कम हो, तो इसे लो स्पर्म काउंट (अल्प शुक्राणु संख्या) कहा जाता है, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो सकती है।

केवल मात्रा ही नहीं, गुणवत्ता भी जरूरी है

स्पर्म की संख्या तो जरूरी है, लेकिन उसकी गुणवत्ता (मोटिलिटी - चलने की क्षमता, और मोर्फोलॉजी - आकार और संरचना) भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। स्पर्म अगर अच्छी तरह से चल नहीं पा रहा हो या उसका आकार असामान्य हो, तो वह अंडाणु तक पहुंचने में असमर्थ हो सकता है।

बच्चे की संभावना बढ़ाने के लिए टिप्स

  1. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: नियमित व्यायाम करें, तंबाकू, शराब और नशीले पदार्थों से दूर रहें।
  2. संतुलित आहार लें: विटामिन C, E, जिंक और फोलेट से भरपूर आहार स्पर्म की गुणवत्ता बेहतर बनाता है।
  3. तनाव कम करें: मानसिक तनाव स्पर्म पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
  4. नियमित चिकित्सा जांच: यदि गर्भधारण में समस्या आ रही हो, तो डॉक्टर से स्पर्म टेस्ट कराना बहुत जरूरी है।

एक उम्मीद की किरण

अगर आपकी स्पर्म संख्या या गुणवत्ता सामान्य से कम है, तो निराश न हों। आधुनिक चिकित्सा में कई विकल्प उपलब्ध हैं जैसे कि आईवीएफ (IVF), आईसीएसआई (ICSI) आदि, जो इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। इसके अलावा, जीवनशैली में बदलाव से भी स्पर्म की संख्या और गुणवत्ता बेहतर हो सकती है।


निष्कर्ष

बच्चे की खुशी और परिवार की पूरी होने की चाहत में पुरुष का योगदान भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना महिला का। सही मात्रा और गुणवत्ता वाले स्पर्म के बिना गर्भधारण मुश्किल हो सकता है। इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, नियमित जांच कराते रहें और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ से संपर्क करें। स्वस्थ जीवनशैली और सही जानकारी से आपकी खुशियों का सफर आसान हो सकता है।

"अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न"

1. बच्चे की संभावना बढ़ाने के लिए पुरुष के स्पर्म की सही मात्रा कितनी होनी चाहिए?

जब किसी दंपती को परिवार बढ़ाने की इच्छा होती है, तो अक्सर महिला की सेहत और उसकी तैयारी पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चे की सही संभावना के लिए पुरुष की सेहत, खासकर उसके स्पर्म की मात्रा और गुणवत्ता, भी बहुत महत्वपूर्ण होती है?

2. स्पर्म क्या होता है और इसकी भूमिका क्या है?

स्पर्म पुरुषों के शुक्राणु होते हैं, जो महिलाओं के अंडाणु (ओवम) से मिलकर बच्चे के बनने की शुरुआत करते हैं। स्वस्थ स्पर्म की सही संख्या और गुणवत्ता न केवल बच्चे के ठहरने में मदद करती है, बल्कि बच्चे के सही विकास के लिए भी आवश्यक होती है।

3. स्पर्म काउंट कम होने के क्या कारण हो सकते हैं?

धूम्रपान, शराब, तनाव, मोटापा, हार्मोनल असंतुलन, प्रदूषण और अत्यधिक गर्मी जैसे कारण स्पर्म की संख्या को प्रभावित कर सकते हैं।

4. क्या स्पर्म की संख्या बढ़ाई जा सकती है

हाँ, संतुलित आहार, विटामिन C और E, नियमित व्यायाम, तनाव कम करना और नशे से दूर रहना स्पर्म की संख्या और गुणवत्ता दोनों को सुधार सकता है।

5. अगर स्पर्म काउंट बहुत कम है तो क्या पिता बनना संभव है?

 हाँ, IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन), ICSI जैसे आधुनिक उपचार विकल्प उपलब्ध हैं जो अल्प स्पर्म काउंट वाले पुरुषों के लिए सहायक साबित होते हैं।